पैरालंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतकर सुमित कुमार ने किया देश का नाम रोशन: उप-महानिरीक्षक डीएस ग्रेवाल










-जीवन में आने वाली कठिनाईयों से न घबराएं, बल्कि ओर ज्यादा करें मेहनत

-खेवड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप
में आयोजित किया गया पैरालंपियन सुमित कुमार का सम्मान समारोह

सोनीपत  खेवड़ा स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) कैंप के उप-महानिरीक्षक डीएस ग्रेवाल ने कहा कि टोक्यो में आयोजित पैरालंपिक खेलों में वल्र्ड रिकार्ड बनाते हुए खेवड़ा गांव के बेटे सुमित कुमार ने गोल्ड मेडल जीतकर विश्व में अपने देश का नाम रोशन किया। ऐसे महान खिलाड़ी आज हम सभी सलाम करते हैं। मंगलवार को खेवड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप में पैरालंपियन सुमित कुमार के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
श्री ग्रेवाल ने कहा कि सुमित कुमार के पिता भारतीय वायु सेना में नौकरी करते थे लेकिन उनकी बहुत ही कम उमर दी कि उनके सिर से पिताजी का साया दूर हो गया और उनके जीवन में अंधकार छा गया। लेकिन उनकी माता ने इस अंधकार को अपनी मेहनत के बल पर दूर किया और कभी सुमित को पिता के न होने का अहसास नहीं होने दिया। लेकिन यही काफी नहीं थी जब सुमित कुमार 17 वर्ष की आयु के थे एक सडक़ दुर्घटना में उन्हें अपने एक पैर को भी गवाना पड़ा। लेकिन ऐसी भंयकर परिस्थितियों के कारण भी सुमित कुमार ने अपनी माता को वचन दिया कि वे अपने देश का नाम रोशन करें।
उप-महानिरीक्षक ग्रेवाल ने कहा कि सुमित कुमार अपनी सभी परेशानियों को भूलकर खेल के मैदान में कूद पड़ा और अपने हाथ में भाला पकड़ लिया और दिन-रात मेहनत करता रहा। उसकी मेहनत का ही परिणाम था कि वो दिन आ ही गया जब सभी देशवासी उनकी तरफ पूरे सम्मान से देख रहे थे। सुमित कुमार ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में देश को गोल्ड मेडल दिलवाया और विदेशी धरती भारतीय राष्टï्री गान ने महक उठी। सुमित कुमार ने हमें सिखाया कि हमें जीवन में आने वाली कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि और अधिक मेहनत करनी चाहिए ताकि हम कोई ऐसा काम कर जाएं जिससे हमें हमेशा देश याद करें। अंत में श्री ग्रेवाल ने इस दौरान हिन्दी दिवस की भी सभी को बधाई दी। इस दौरान कैंप अधिकारियों द्वारा सुमित कुमार का पगड़ी पहनाकर व फूल मालाओं द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।
इस दौरान सुमित कुमार की माता निर्मला देवी, उप-महानिरीक्षक डीएस ग्रेवाल की धर्मपत्नी सुखजीत ग्रेवाल सहित कैंप के सभी अधिकारी व सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे।